गो चिकित्सालयों को निशुल्क औषधि उपलब्ध कराने वाला विश्व का सबसे बड़ा संस्थान

दवा देवी फाउंडेशन मुख्य उद्देश्य
5. गो सेवी उद्योगपतियों को प्रेरित कर पारंपरिक, आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और एलोपैथिक फार्मेसी स्थापित कर गो माता हेतु उत्तम, शुद्ध और उपयोगी औषधि का निर्माण करवाना।
हमारी प्रमुख सेवाएं
गो चिकित्सालय निःशुल्क आवश्यक गो औषधि उपलब्ध करवाना
गो चिकित्सालय मे गौ शल्य चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करवाना
गो चिकित्सालयों को दवा देवी गो फर्स्ट एड बॉक्स उपलब्ध करवाना
गौ एंबुलेस उपलब्ध करवाने के लिए प्रेरित करना, विधायक और सांसद निधि का उपयोग करने के लिए विधायक, सांसद को प्रेरित करना
दवा देवी फाउंडेशन
हमारे देश में गौमाता का स्थान देवताओं से भी श्रेष्ठ माना गया हैं।
“गावः पवित्रा मंगल्या देवानाम् अपि देवता:।।”
सभी सनातनी गोमाता की सेवा करके आध्यात्मिक संतुष्टि और गौरव का अनुभव करते हैं। गो सुख पर ही सारे संसार का सुख आश्रित हैं,गोमाता की सेवा से ही संसार में ख़ुशहाली,हरियाली और आपस में मैत्री आ सकती गो के दुःखी असंतुष्ट और अतृप्त रहने पर मानव ही नहीं विश्व के सभी प्राणी और प्रकृति पर संकट आजाता हैं सभी दुखी हो जाते हैं
अतः उचित सेवा से गोमाताजी को प्रसन्न रखना मानव जाति का प्रधान कर्तव्य हैं ,गो -सेवा का ही एक अंग है गोमाता की चिकित्सा। हमारे देश में मनुष्य का इलाज तो सहजता से हो जाता है, मनुष्य अपनी पीड़ा अपना कष्ट बोलकर व्यक्त कर सकता है ,शासकीय स्तर पर भी मनुष्यों के लिए प्रायः निःशुल्क अथवा कम मूल्य में ओषधि एवम् उपचार उपलब्ध हो जाता है, निजी स्तर भी अनेक मानव चिकित्सालय जगह जगह निर्मित हे जहाँ सहज ही मानव को उच्च स्तरीय चिकित्सा उपलब्ध हो जाती है सड़क दुर्घटना होनेपर मानवीय चिकित्सा हेतु १०८, १०४ और इसी प्रकार के और भी चल चिकित्सा प्रकल्प उपलब्ध हैं परंतु जब किसी निराश्रित गोवंस अथवा गोशाला या घर में रहने वाली गो माता को रोग बीमारी से जो पीड़ा होती है अथवा सड़क दुर्घटना से गो माता के तन को क्षति होती है, तब गो माता अपना कष्ट बता नहीं सकती हैं, वह मौन रहकर के ही दु:ख लीला प्रकट करती है, गोमाता जी मौन हैं…वो अपनी व्यथा शब्दों से नहीं बता सकती और मानव संवेदन हीन होकर देख कर निकल जाता हैं यहाँ तक की घर में दूध के लिए रखी गई गो माता गंभीर बीमार हो जाती है तो गोपालक सेवा से बचने के लिए घर से बाहर निकाल देता है और गो माता को समय पर उपचार नहीं मिलने की स्थिति में गौमाता समय पूर्व गोलोक पधार जाती है। सनातनी होने के नाते हमारा कर्तव्य बनता है कि हम गोमाता की महिमा को समझ कर गोमाता ने हमें जो सेवा का अवसर प्रदान किया है उसका पूरा लाभ प्राप्त करें…
आइये अब जानते हैं कि हमें किस प्रकार से गोमाता की गौ चिकित्सारुपी सेवा का अवसर प्राप्त करना है। हमारे परमपूज्य दाता भगवान स्वामी राम ज्ञान तीर्थ जी महाराज प्रेरणा जी से एवं श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संस्थापक परम श्रद्धेय गो ऋषि स्वामी दत्त शरणानंद जी महाराज के शुभ आशीर्वाद से परम पूज्य गुरुदेव ग्वाल संत गोपालाचार्य स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज जी के मार्गदर्शन में
गो-सेवक साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती जी के नेतृत्व में दिनांक 13 दिसंबर 2024 को विश्व के प्रथम और सबसे बड़े अभयारण्य कामधेनु गो अभयारण्य, सालरिया में चल रहे एक वर्षीय गो आराधना महा महोत्सव के मंच से “”दवा देवी फाउंडेशन (गो उपचार- बिना विचार )”” नाम की संस्था का शुभारंभ किया गया हे यह संस्था देश के समस्त अभाव ग्रस्त गो चिकित्सालयों में जहाँ श्रेष्ठी जन श्रीमंत लोग जुड़े हुए नहीं हैं सामान्य माध्यम परिवार के भाई बहन सड़क पर अथवा छोटी बड़ी व्यवस्था कर के गो चिकित्सा करते हे उनके लिए अति आवश्यक ओषधियाँ निशुल्क उपलब्ध करवाने का प्रयास प्रारंभ कर दिया है
कुछ जिलो से प्रारंभ यह कार्य आगे सम्पूर्ण भारत वर्ष और भारत से बाहर भी जहाँ वेदलक्क्षणा गो माता की चिकित्सा का कार्य निष्काम भाव से हो रहा है वहाँ तक पहुँचेगा जिससे आने वाले समय विश्व की में कोई भी गोमाता दवाई के अभाव में कष्ट नहीं पाए और अपनी दुःखमयी लीला को पूर्ण करके समय पूर्व गोलोक नहीं पधारे,
इसी भावना के अनुसार दवादेवी फाउंडेशन निष्काम भाव से गो सेवा का कार्य करेगा।
फाउंडेशन के सदस्य

तासामौषधदानेन विरोगस्त्वभिजायते । रुग्णावस्थामें गौओंको ओषधि प्रदान करनेसे स्वयं मनुष्य सभी रोगोंसे मुक्त हो जाता है।।
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